पर्यटन मंत्रालय विरासत संपत्तियों का दस्तावेजीकरण करेगा 50 से अधिक देशों के 275 एफटीओ और लगभग 200 भारतीय विक्रेताओं के बीच 11,00...
50 से अधिक देशों के 275 एफटीओ और लगभग 200 भारतीय विक्रेताओं के बीच 11,000 से अधिक व्यावसायिक बैठकें निर्धारित
डीएमसी के 300 प्रदर्शनी बूथ, राज्य पर्यटन बोर्ड्स, होटल्स अपने उत्पाद करेंगे प्रदर्शित
जयपुर, 5 मई। भारत के सांस्कृतिक पहलुओं के साथ-साथ, देश भर में हो रहे तेजी से बुनियादी ढांचे के विकास, विशेष रूप से पिछले कुछ वर्षों में हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी होने के कारण पहुंच में सुधार और डिजिटल एवं भौतिक कनेक्टिविटी में सुधार से दुनिया भर में डेस्टिनेशन वेडिंग्स में काफी सहायता मिल रही है। यह कहना था मनीषा सक्सेना, आईएएस, महानिदेशक, पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार का। वह जयपुर के रामबाग पैलेस में 5 मई से 7 मई, 2024 तक आयोजित होने वाले पहले 'वेड इन इंडिया' एक्सपो के उद्घाटन समारोह के दौरान संबोधित कर रही थीं।
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की पहल, 'वेड इन इंडिया' एक्सपो का आयोजन ग्रेट इंडिया ट्रैवल के साथ पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस आयोजन को होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एचआरएआर), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आईएचएचए.) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) का भी सहयोग प्राप्त है।
मनीषा सक्सेना ने आगे कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक परंपराओं के अपने अनूठे मिश्रण के साथ शादियों में जादू पैदा कर सकता है, राजस्थान के साथ-साथ मध्य प्रदेश, उड़ीसा, हरियाणा, केरल और गोवा वेड-इन-इंडिया के लिए पसंदीदा स्थान हैं। पूर्वोत्तर भी तेजी से एक पसंदीदा डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है, खासकर असम के चाय बागान, दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, मिजोरम और मणिपुर।
भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान गोवा में आयोजित G20 टूरिज्म ग्रुप की बैठकों में से एक का अनुभव साझा करते हुए, सक्सेना ने कहा, “हमने 500 वर्ष पुराने घर में सभी मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधियों की मेजबानी की, जिसमें 200 साल पुरानी कटलरी रखी हुई है। भारत में ऐसी कई तरह की संपत्तियां हैं। हम, पर्यटन मंत्रालय में, मूर्त और अमूर्त दोनों संपत्तियों के इस भंडार का दस्तावेजीकरण करने की प्रक्रिया में हैं।
उद्घाटन सत्र के दौरान संबोधित करते हुए, गायत्री राठौड़, आईएएस, प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार ने कहा, “पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार को पहली बार 'वेड इन इंडिया' एक्सपो आयोजित करने की प्रसन्नता है। राजस्थान अपनी राजसी और भव्य सेटिंग के कारण लंबे समय से सेलिब्रिटी शादियों के लिए एक पसंदीदा डेस्टिनेशन रहा है। राज्य के शानदार महल, किले और हवेलियां, जिन्हें लक्जरी हेरिटेज होटलों में बदल दिया गया है, वे इन भव्य समारोहों के लिए एक राजसी पृष्ठभूमि प्रदान करते हैं। राजस्थान का विश्व स्तरीय आतिथ्य, पारंपरिक व्यंजन और जीवंत मनोरंजन कपल्स और उनके मेहमानों के लिए अविस्मरणीय अनुभव बनाते हैं। ”
एक्सपो में फिक्की वेडिंग टूरिज्म टास्कफोर्स के अध्यक्ष और वेडिंग लाइन के प्रबंध निदेशक, चेतन वोहरा ने कहा, “आतिथ्य हर भारतीय की रगों में दौड़ता है और हम एक ही विश्वास के साथ बड़े हुए हैं, हर अतिथि के लिए अपना दिल और अपना घर इस तरह खोलना जैसे कि वे भगवान हों - जिसे हम "अतिथि देवो भव" कहते हैं। वेड इन इंडिया समिट इस सपने को साकार करने में हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।''
दीपक देवा, अध्यक्ष, फिक्की टूरिज्म एंड कल्चरल कमेटी और प्रबंध निदेशक, ट्रैवल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने कहा, “यह पहल वेडिंग टूरिज्म इंडस्ट्री के विविध हितधारकों के लिए एक समावेशी मंच के रूप में कार्य करेगी, जिसमें वेडिंग प्लानर्स, होटल व्यवसायी, डेस्टिनेशन मैनेजमेंट कंपनीज, राज्य सरकार और पॉलिसीमेकर्स शामिल हैं।”
फिक्की की पूर्व प्रेसिडेंट और ललित सूरी हॉस्पिटेलिटी ग्रुप की सीएमडी, डॉ. ज्योत्सना सूरी ने कहा कि 'यह एक्सपो राजस्थान से बढ़कर अंतर्राष्ट्रीय बनाने की दिशा में एक लंबा सफर तय करने जा रहा है। भारत में बहुत सारे आकर्षक वेडिंग डेस्टिनेशन हैं, जो वाकई काफी सुंदर व मनमोहक हैं।'
इवेंट एंड एंटरटेनमेंट मैनेजमेंट एसोसिएशन (ईईएमए) के पूर्व अध्यक्ष, सब्बास जोसेफ ने भारत को दुनिया का वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने के लिए भारत के आकर्षणों, अवसरों एवं चुनौतियों के बारे में विस्तार से बात की।
एक्सपो में भारत के पर्यटन, यात्रा और आतिथ्य क्षेत्रों के दिग्गजों के साथ-साथ ओडिशा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु सहित विभिन्न राज्यों के पर्यटन बोर्डों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए हैं।
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