अजमेर। चुनावी माहौल के बीच राजस्थान की सियासत में अब एक नया ट्विस्ट आने वाला है। पुष्कर के संत और जन स्वाभिमान मंच के संयोजक समत...
अजमेर। चुनावी माहौल के बीच राजस्थान की सियासत में अब एक नया ट्विस्ट आने वाला है। पुष्कर के संत और जन स्वाभिमान मंच के संयोजक समतारामजी महाराजा रविवार को अजमेर में लाखों की भीड जुटाने का दावा कर रहे हैं। अजमेर के कायड़ विश्राम स्थल पर प्रदेशभर से जुटने वाली इस भीड़ के पीछे ना कोई नेता है और ना ही कोई राजनीतिक दल। ऐसे में हर तरफ चर्चा है कि आखिर इतनी भारी संख्या में आने वाली इस इस भीड का उद्देश्य क्या है ?
जिनके आह्वान पर यह भीड़ अजमेर पहुंच रही है वे है पुष्कर के संत और जन स्वाभिमान मंच के संयोजक समताराम महाराज। जो कहते हैं कि उनका राजनीति से दूर - दूर तक कोई वास्ता नहीं है। लेकिन राजस्थान की राजनीति में आज जातिवादी नेताओं और गुंडा तत्वों का हर तरफ बोलबाला है,जिसे साफ करने के लिए उन्होंने अपने मठ से निकलकर जन स्वाभिमान मंच का गठन किया है। ऐसे में अब राजस्थान के चुनावी माहौल में संत समाज की भी धमाकेदार एंट्री होने वाली है। रविवार 29 अक्टूबर को अजमेर में आयोजित होने वाली इस बड़ी जनसभा में प्रदेशभर के सैकड़ो संत मंच पर मौजूद होंगे जो समताराम महाराज के नेतृत्व में जातिवाद, भ्रष्टाचार सहित दलित, वंचित, मूल ओबीसी और अल्पसंख्यकों के हक और हकूक में हुंकार भरने वाले है।
गौरतलब है कि समताराम महाराज की इस तरह की गतिविधि राजस्थान में हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है। क्योंकि बीते कुछ महीनों से समताराम महाराज प्रदेशभर में जन स्वाभिमान यात्रा के बहाने लोगों से जन संपर्क कर रहे हैं।
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