उदयपुर, 25 मई, 2023- अपने क्षेत्र में एक सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिशों पर फोकस करते हुए आईआईएम उदयपुर के इनक्यूबेशन सेंटर ने एस्पायरलैब्स ...
आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन सेंटर के सीईओ सुरेश ढाका ने कहा, ''वर्तमान दौर में 21वीं सदी में प्लास्टिक के उपयोग को पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक माना गया है। भारत में प्रतिदिन लगभग 20,000 टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है, जिसमें से केवल 13,000-14,000 टन ही एकत्र किया जाता है। आईआईएम उदयपुर इन्क्यूबेशन सेंटर ने फिनिलूप प्लास्टिक लैब के माध्यम से प्लास्टिक वेस्ट के अपर्याप्त संग्रह और रीसाइक्लिंग सिस्टम की समस्या को दूर करने और उदयपुर को प्लास्टिक-अपशिष्ट मुक्त शहर बनाने के लिए एस्पायरलैब्स के साथ हाथ मिलाया है।''
फिनिलूप कार्यक्रम को ठोस और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार के माध्यम से प्लास्टिक कचरा मुक्त शहर का लक्ष्य हासिल करने के लिहाज से डिजाइन किया गया है। साथ ही, यह कार्यक्रम अनौपचारिक अपशिष्ट श्रमिकों की आजीविका के अवसरों को मजबूत करने और प्लास्टिक अपशिष्ट उद्यमों के लिए इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में भी प्रयास करता है। फिनिलूप कार्यक्रम आइकिया फाउंडेशन द्वारा समर्थित है और एस्पायरलैब्स एक्सेलेरेटर, वेस्ट फाउंडेशन और ट्रस्ट ऑफ पीपल द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। कार्यक्रम में फिनिश सोसाइटी, श्रीराम इंस्टीट्यूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च और टेक ए स्टेक फंड जैसे रणनीतिक साझेदार भी जुड़े हैं।
फिनिलूप प्लास्टिक लैब (एफपीएल) प्रोग्राम ऐसे इच्छुक उद्यमियों के लिए 14 महीने का इन्क्यूबेशन प्रोग्राम है, जो मुख्य रूप से प्लास्टिक कचरे के खतरे की चुनौती से निपटने के इच्छुक हैं। आवेदक पूरे देश से हो सकते हैं, चयनित लोगों को उदयपुर को प्लास्टिक कचरा मुक्त शहर बनाने की इस पहल का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा स्टार्टअप को अमृतसर में भी अपना कारोबार बढ़ाने का मौका मिलेगा।
फिनिलूप प्लास्टिक लैब (एफपीएल) प्रोग्राम में उद्योग के विशेषज्ञों के साथ आमने-सामने के संवाद और सलाह सत्र, संभावित सहयोग के लिए बी2बी बैठकें, कारोबारी गुरुओं के साथ कार्यशालाएं, प्रोटोटाइप निर्माण के लिए तकनीकी सहायता, प्री-डेमो डे और डेमो-डे, मार्की निवेशकों से फॉलो-अप फंडिंग के अवसर शामिल हैं। इसके साथ ही आईपीआर फाइलिंग और कंपनी पंजीकरण से संबंधित सपोर्ट, टाॅप 10 स्टार्टअप के लिए 3 लाख रुपए तक का प्रोटोटाइप अनुदान, और 9 महीने के लिए पोस्ट-प्रोग्राम सपोर्ट भी हासिल होगा।
सभी इच्छुक उद्यमियों को इस कार्यक्रम में आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आवेदन करने की अंतिम तिथि मंगलवार, 30 मई 2023 मध्यरात्रि तक है।
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