नई दिल्ली, 18 जनवरी, 2023ः कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती संख्या के साथ, आर्थिक आज़ादी और आत्मनिर्भरता की संभावनाएं भी बढ़ी हैं। आज देश भर में मह...
नई दिल्ली, 18 जनवरी, 2023ः कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती संख्या के साथ, आर्थिक आज़ादी और आत्मनिर्भरता की संभावनाएं भी बढ़ी हैं। आज देश भर में महिलाएं इन अवसरों का लाभ उठा रही है और अपने लिए ऐसी नौकरियां चुन रहीं हैं जहां कभी सिर्फ पुरूष ही काम किया करते थे। साल 2022 जॉब्स एण्ड प्रोफेशनल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म Apna पर छोटे-बड़े शहरों की महिलाओं के बीच 3 करोड़ 10 लाख से अधिक प्रोफेशनल इंटरैक्शन हुए। इस अवधि के दौरान प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाली महिला यूज़र्स की संख्या में 36 फीसदी सालाना की बढ़ोतरी दर्ज की गई। रिपोर्ट के मुताबिक Apna प्लेटफॉर्म पर नए महिला यूज़र्स की संख्या में तकरीबन 80 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
महिला कर्मचारियों की मांग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
अधिक से अधिक महिला कर्मचारियों को नौकरी देकर कंपनियां अपने कार्यस्थल पर समानता को बढ़ावा दे रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्लेटफॉर्म पर पार्ट-टाईम जॉब्स की पोस्टिंग में 2.5 गुना बढ़ोतरी हुई है, इसी तरह फुल-टाईम जॉब्स की बात करें तो इनकी पोस्टिंग भी 3 गुना बढ़ी है। महिलाओं के लिए सबसे ज़्यादा जॉब्स पोस्ट करने वाली कंपनियों में पेटीएम, ज़ोमेटो, रैपिडो और स्विगी आदि शामिल हैं। पहले स्तर के शहरों जैसे हैदराबाद, कोलकाता और चेन्नई के साथ-साथ दूसरे स्तर के शहरों जैसे इंदौर में भी जॉब पोस्टिंग में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं चण्डीगढ़ और लखनऊ दोनों शहरों में 15-15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अपरम्परागत नौकरियों की तरफ़ बढ़ रहा है महिलाओं का झुकाव
हालांकि आज महिलाएं सभी सेक्टरों में नौकरियां कर रही हैं, लेकिन वे कमाई के बेहतर और अनुकूल अवसर पाने के लिए गैर-पारम्परिक नौकरियों को भी बेहिचक अपना रहीं हैं। रोचक तथ्य यह है कि डिलीवरी, लैब टेकनिशियन, फैक्टरी कर्मचारी और ड्राइवर जैसी नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में 34 फीसदी बढ़ोतरी हुई है, जहां पहले अक्सर पुरूष ही काम करते थे। पार्ट-टाईम नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं में 67 फीसदी तथा फुल टाईम नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में 34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हैरानी की बात है कि नाईट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भी 60 फीसदी बढ़ी है। Apna आज महिलाओं के लिए प्रोफेशनल इंटरैक्शन हेतु सुरक्षित प्लेटफॉर्म बन गया है।
दूसरे स्तर के शहरों में महिला कर्मचारियों की भागीदारी सबसे ज़्यादा बढ़ी
कार्यबल में बदलते रूझानों की बात करें तो कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी पहले स्तर के शहरों तक ही सीमित नहीं है। दूसरे स्तर के शहरों की महिलाएं भी उत्सुकता के साथ कार्यबल में शामिल हो रहीं हैं। चण्डीगढ़ और लखनऊ जैसे शहर इस दृष्टि से सबसे आगे रहे, जहां साल 2022 में नौकरी के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में क्रमशः 71 फीसदी और 55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। महिलाओं के द्वारा सबसे ज़्यादा आवेदन टेलीकॉलिंग, बीपीओ एवं बैक ऑफिस जैसी नौकरियों के लिए किए गए। साल 2022 में दूसरे स्तर के शहरों एवं छोटे शहरों की महिलाएं प्लेटाफॉर्म पर तकरीबन 1 करोड़ प्रोफेशनल इंटरैक्शन्स में सक्रिय रहीं।
"Apna हमेशा से महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके सपने साकार करने में मदद करने के लिए प्रयासरत रहा है। 2022 में यह साफ हो गया कि प्लेटफॉर्म की महिला यूज़र्स न सिर्फ अपनी ज़रूरतों के लिए बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए नौकरी ढूंढ रहीं हैं, वे आज के प्रतिस्पर्धी बाज़ार में अपनी खास पहचान बनाना चाहती हैं। साल 2022 के दौरान 60 फीसदी अधिक महिलाओं ने नाईट शिफ्ट के लिए आवेदन किया, इससे साफ है कि Apna ने महिलाओं का भरोसा जीता है और उनका भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बन गया है।'' मानस सिंह, चीफ़ बिज़नेस ऑफिसर, apna.co ने अपने वक्तव्य में कहा।
महिला कर्मचारियों की मांग में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
अधिक से अधिक महिला कर्मचारियों को नौकरी देकर कंपनियां अपने कार्यस्थल पर समानता को बढ़ावा दे रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्लेटफॉर्म पर पार्ट-टाईम जॉब्स की पोस्टिंग में 2.5 गुना बढ़ोतरी हुई है, इसी तरह फुल-टाईम जॉब्स की बात करें तो इनकी पोस्टिंग भी 3 गुना बढ़ी है। महिलाओं के लिए सबसे ज़्यादा जॉब्स पोस्ट करने वाली कंपनियों में पेटीएम, ज़ोमेटो, रैपिडो और स्विगी आदि शामिल हैं। पहले स्तर के शहरों जैसे हैदराबाद, कोलकाता और चेन्नई के साथ-साथ दूसरे स्तर के शहरों जैसे इंदौर में भी जॉब पोस्टिंग में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं चण्डीगढ़ और लखनऊ दोनों शहरों में 15-15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अपरम्परागत नौकरियों की तरफ़ बढ़ रहा है महिलाओं का झुकाव
हालांकि आज महिलाएं सभी सेक्टरों में नौकरियां कर रही हैं, लेकिन वे कमाई के बेहतर और अनुकूल अवसर पाने के लिए गैर-पारम्परिक नौकरियों को भी बेहिचक अपना रहीं हैं। रोचक तथ्य यह है कि डिलीवरी, लैब टेकनिशियन, फैक्टरी कर्मचारी और ड्राइवर जैसी नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में 34 फीसदी बढ़ोतरी हुई है, जहां पहले अक्सर पुरूष ही काम करते थे। पार्ट-टाईम नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं में 67 फीसदी तथा फुल टाईम नौकरियों के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में 34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हैरानी की बात है कि नाईट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भी 60 फीसदी बढ़ी है। Apna आज महिलाओं के लिए प्रोफेशनल इंटरैक्शन हेतु सुरक्षित प्लेटफॉर्म बन गया है।
दूसरे स्तर के शहरों में महिला कर्मचारियों की भागीदारी सबसे ज़्यादा बढ़ी
कार्यबल में बदलते रूझानों की बात करें तो कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी पहले स्तर के शहरों तक ही सीमित नहीं है। दूसरे स्तर के शहरों की महिलाएं भी उत्सुकता के साथ कार्यबल में शामिल हो रहीं हैं। चण्डीगढ़ और लखनऊ जैसे शहर इस दृष्टि से सबसे आगे रहे, जहां साल 2022 में नौकरी के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या में क्रमशः 71 फीसदी और 55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। महिलाओं के द्वारा सबसे ज़्यादा आवेदन टेलीकॉलिंग, बीपीओ एवं बैक ऑफिस जैसी नौकरियों के लिए किए गए। साल 2022 में दूसरे स्तर के शहरों एवं छोटे शहरों की महिलाएं प्लेटाफॉर्म पर तकरीबन 1 करोड़ प्रोफेशनल इंटरैक्शन्स में सक्रिय रहीं।
"Apna हमेशा से महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके सपने साकार करने में मदद करने के लिए प्रयासरत रहा है। 2022 में यह साफ हो गया कि प्लेटफॉर्म की महिला यूज़र्स न सिर्फ अपनी ज़रूरतों के लिए बल्कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए नौकरी ढूंढ रहीं हैं, वे आज के प्रतिस्पर्धी बाज़ार में अपनी खास पहचान बनाना चाहती हैं। साल 2022 के दौरान 60 फीसदी अधिक महिलाओं ने नाईट शिफ्ट के लिए आवेदन किया, इससे साफ है कि Apna ने महिलाओं का भरोसा जीता है और उनका भरोसेमंद प्लेटफॉर्म बन गया है।'' मानस सिंह, चीफ़ बिज़नेस ऑफिसर, apna.co ने अपने वक्तव्य में कहा।
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