मुंबई , 27 सितंबर , 2022- भारत में ऊर्जा सुरक्षा के लिए कच्चे तेल की सोर्सिंग में विविधता लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक ...
मुंबई, 27 सितंबर, 2022- भारत में ऊर्जा सुरक्षा के लिए कच्चे तेल की सोर्सिंग में विविधता लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए एक 'महारत्न' और एक फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉर्पाेरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने आज ब्राजील की राष्ट्रीय तेल कंपनी मेसर्स पेट्रोब्रास के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
ब्राजील में इस समझौता ज्ञापन पर श्री अरुण कुमार सिंह, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, बीपीसीएल और श्री कैओपेस डी एंड्रेड, सीईओ पेट्रोब्रास ने हस्ताक्षर किए गए। इस मौके पर श्री पंकज जैन, सचिव, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, ब्राजील में भारतीय राजदूत और पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
समझौता ज्ञापन के जरिये आने वाले समय में दोनों कंपनियों के बीच कच्चे तेल के व्यापार संबंधों को मजबूती मिलेगी। साथ ही बीपीसीएल द्वारा दीर्घकालिक आधार पर संभावित कच्चे तेल के आयात के अवसरों का पता लगाया जाएगा, विशेष रूप से वर्तमान भू-राजनीतिक स्थितियों को देखते हुए।
भारत पेट्रो रिसोर्सेज लिमिटेड (बीपीआरएल) ने विदेशों में इक्विटी तेल की खरीद के प्रयास में ब्राजील में एक तेल ब्लॉक विकसित करने के लिए 1.6 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है। अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, भारत पेट्रो रिसोर्सेज लिमिटेड के माध्यम से, बीपीसीएल की ब्राजील में एक अल्ट्रा-डीप वाटर हाइड्रोकार्बन ब्लॉक में अपस्ट्रीम सेक्टर में हिस्सेदारी है, जिसका स्वामित्व और संचालन मेसर्स पेट्रोब्रास के पास है। इस बारे में फील्ड डेवलपमेंट प्लान और अंतिम निवेश के संबंध में जल्द ही निर्णय होने की उम्मीद है।
पेट्रोबास एक सार्वजनिक निगम है जो तेल, प्राकृतिक गैस और ऊर्जा उद्योग में एक एकीकृत और विशिष्ट तरीके से संचालित होता है। वे हमारे तेल और प्राकृतिक गैस की खोज और अल्ट्रा-डीप पानी में उत्पादन तकनीक के लिए दुनिया भर में पहचाने जाते हैं। हालांकि, उनका व्यवसाय क्षेत्र और तेल और गैस एक्सट्रेक्शन की पहुंच से परे है। इसका मतलब एक लंबी प्रक्रिया है जहां वे तेल और गैस को अपनी रिफाइनरियों और प्राकृतिक गैस उपचार इकाइयों तक पहुँचाते हैं, जो बेहतरीन उत्पादों की आपूर्ति के लिए सुसज्जित और लगातार विकसित होना चाहिए।
COMMENTS