जयपुर। टेढे-मेढे दांतो को सीधा करने के लिए आजकल ऑनलाइन अलाइनर्स बिना विशेषज्ञ निरीक्षण से नुकसानदेह साबित हो रहा है। एक ऑर्थोडॉन...
जयपुर। टेढे-मेढे दांतो को सीधा करने के लिए आजकल ऑनलाइन अलाइनर्स बिना विशेषज्ञ निरीक्षण से नुकसानदेह साबित हो रहा है। एक ऑर्थोडॉन्टिस्ट कुछ चीजों को सुनिश्चित करने के बाद ही अलाइनर्स लगाते हैं। रविवार को राजस्थान ऑर्थोडॉन्टिक स्टडी ग्रुप की ओर से सेंट्रल पार्क एक स्माइल फ्लैग अवेयरनेस वॉक आयोजित हुई। जिसमें 30 ऑर्थोडॉन्टिक विशेषज्ञों ने जनमानस को ऑनलाइन अलाइनर्स का इस्तेमाल न करने को लेकर जागरूक किया।
इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक सोसायटी के मनोनित अध्यक्ष एवम राजस्थान ऑर्थोडॉन्टिक स्टडी ग्रुप के फाउंडर कन्वीनर डॉ. बलविंदर सिंह ठक्कर ने बताया कि टेढे-मेढ़े दांतो को सीधा करने के लिए क्लियर अलाइनर्स की नई तकनीक आ गई है। इसके ऑर्थोडॉन्टिस्ट द्वारा इस्तेमाल से दांतों को सीधा करने में कहीं बेहतर रिजल्ट मिलते हैं।
लेकिन ये अलाइनर्स ऑनलाइन भी मिलने लगे हैं, जिन्हें लोग बिना विशेषज्ञ की सलाह के पेशेंट्स खुद ठीक करने का प्रयास करते हैं और इसके दुष्परिणाम भी झेलने पड़ जाते हैं। स्टडी ग्रुप के कन्वीनर डॉक्टर कपिल बंसल ने बताया कि इंडियन ऑर्थोडॉन्टिक्स सोसायटी की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर इसकी मुहिम चलाई जा रही है, जिसमें हम लोगों को ऑनलाइन अलाइनर्स को लेकर जागरूक कर रहे हैं। को कन्वेनर एवम सीनियर ऑर्थोडॉन्टिस्ट डॉ. शिवा गुप्ता ने बताया कि मॉर्निंग वॉकर्स ग्रुप ने इस उद्देश्य को काफी सराहा एवम बताया कि इस श्रृंखला में आगे राज्य में और भी अभिन्न अवेयरनेस एक्टिविटीज की जाएंगी। सीनियर ऑर्थोडॉन्टिस्ट डॉ. दिव्यरूप राय ने बताया कि दांतों को सीधा करने के लिए पहले जो प्लानिंग की जानी चाहिए, वह ऑनलाइन अलाइनर्स में नहीं की जाती। इस कारण मरीज को बेहतर परिणाम नहीं मिल पाते, बल्कि जबड़े और दांतों के आसपास की हड्डियों को भी नुकसान हो सकता है।
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