सीकर। एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर झुंझुनूं जिले के राणासर निवासी डॉ. अशोक झाझड़िया ने पांच साल की बच्ची को कोलेंजाइ...
सीकर। एसएमएस मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर झुंझुनूं जिले के राणासर निवासी डॉ. अशोक झाझड़िया ने पांच साल की बच्ची को कोलेंजाइटिस के खतरे से बचाया है। दरअसल जयपुर निवासी पांच साल की एक बच्ची को तीन महीने से पेट में दर्द शिकायत के कारण परिजनों ने जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया था। एमआरआई, सीटी स्कैन से बच्ची की तकलीफ स्पष्ट रूप से सामने नहीं आ रही थी। इस पर जेके लोन अस्पताल के डॉ. प्रवीण माथुर ने बच्ची को लेकर चर्चा की और गेस्ट्रो में भर्ती किया गया। एसएमएस अस्पताल की गेस्ट्रो विंग में डॉ. झाझड़िया ने ईआरसीपी तकनीक के जरिए यह पता लगाया कि स्टोन हैं, जिन्हें निकाला गया। अब बच्ची स्वस्थ है। डॉ. झाझड़िया का कहना है कि बॉस्केट व बैलून से सारे स्टोन निकाले गए। यदि लंबे समय तक स्टोन रह जाते तो कोलेंजाइटिस का खतरा था क्योंकि नली ब्लॉक होने से पित्त निकलना बंद व ब्लड इंफेक्शन हो सकता है। इसमें बाद मरीज की रिकवरी की संभावना बेहद कम हो जाती है। यदि लंबे समय तक दर्द जैसी शिकायत हो तो तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लेनी चाहिए।
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