जयपुर में रहा व्यापक असर, कार्यालय पर किया प्रदर्शन राज्य सरकार को हुआ करीब 25 से 30 करोड का नुकसान जयपुर। प्रदेश के विभिन्न जिलों में मंगल...
जयपुर में रहा व्यापक असर, कार्यालय पर किया प्रदर्शन
राज्य सरकार को हुआ करीब 25 से 30 करोड का नुकसान
जयपुर। प्रदेश के विभिन्न जिलों में मंगलवार को दिनभर शराब की दुकानें बंद रही। आबकारी के शराब ठेकेदारों ने दुकाने बंद रखकर अपना विरोध दर्ज करवाया। दरअसल आबकारी विभाग की ओर से ठेकेदारों को हर माह बिक्री बढ़ाने के लिए गारंटी दी जा रही है,जिसे ठेकेदारों की ओर से पूरा करना संभव नहीं हो पा रहा हैं। इसके बदले लाखों रूपए पैनलटी के वसूले जा रहे है। वहीं सरकार की ओर से शराब—बीयर पर कमीशन में भी कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है।
शराब व्यवसायी हेतराम मील ने बताया कि जयपुर शहर की सभी 206 दुकानें मंगलवार को दिनभर बंद रही। इसके साथ ही अजमेर,उदयपुर,अलवर,किशनगढ़,ब्यावर,सलूंबर और टोंक बंद रहा। वहीं, जोधपुर मंगलवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। इस बंद से राज्य सरकार को प्रदेश में करीब 25 से 30 करोड का नुकसान हुआ है। मील ने बताया कि आबकारी विभाग और पुलिस की ओर से ठेकेदारों को नाजायज परेशान किया जा रहा है और आबकारी पॉलिसी के शराब—बीयर पर अनुसार 20 से 22 प्रतिशत कमीशन देना लिखा हुआ है,लेकिन वास्तव में लगभग 11 से 12 प्रतिशत कमीशन दिया जा रहा है।
नहीं रूक रही अवैध बिक्री
शराब व्यवसायी नरेश पारीक ने बताया कि आबकारी विभाग ने शराब के दामों में बेतहाशा बढोतरी कर दी है,लेकिन पडौसी राज्यों में आधी कीमत में अधिकांश ब्रांड उपलब्ध है। ऐसे में प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री जोरो पर है,लेकिन विभाग और पुलिस इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
दुकान बंद करके पहुंचे वित्त भवन
मंगलवार को जयपुर के सभी शराब व्यापारी और दुकानों के सैल्समेनों ने वित्त भवन पहुंचकर प्रदर्शन किया। ठेकेदारों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बुधवार को रहेगा दौसा और कोटा बंद
शराब व्यवसायी अयूब खां ने बताया कि अब इस विरोध का असर प्रदेशभर में व्यापक तौर पर देखने को मिल रहा है। बुधवार को और दौसा में भी शराब की दुकानें बंद रहेगी, साथ ही कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया जाएगा।
राज्य सरकार को हुआ करीब 25 से 30 करोड का नुकसान
जयपुर। प्रदेश के विभिन्न जिलों में मंगलवार को दिनभर शराब की दुकानें बंद रही। आबकारी के शराब ठेकेदारों ने दुकाने बंद रखकर अपना विरोध दर्ज करवाया। दरअसल आबकारी विभाग की ओर से ठेकेदारों को हर माह बिक्री बढ़ाने के लिए गारंटी दी जा रही है,जिसे ठेकेदारों की ओर से पूरा करना संभव नहीं हो पा रहा हैं। इसके बदले लाखों रूपए पैनलटी के वसूले जा रहे है। वहीं सरकार की ओर से शराब—बीयर पर कमीशन में भी कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है।
शराब व्यवसायी हेतराम मील ने बताया कि जयपुर शहर की सभी 206 दुकानें मंगलवार को दिनभर बंद रही। इसके साथ ही अजमेर,उदयपुर,अलवर,किशनगढ़,ब्यावर,सलूंबर और टोंक बंद रहा। वहीं, जोधपुर मंगलवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। इस बंद से राज्य सरकार को प्रदेश में करीब 25 से 30 करोड का नुकसान हुआ है। मील ने बताया कि आबकारी विभाग और पुलिस की ओर से ठेकेदारों को नाजायज परेशान किया जा रहा है और आबकारी पॉलिसी के शराब—बीयर पर अनुसार 20 से 22 प्रतिशत कमीशन देना लिखा हुआ है,लेकिन वास्तव में लगभग 11 से 12 प्रतिशत कमीशन दिया जा रहा है।
नहीं रूक रही अवैध बिक्री
शराब व्यवसायी नरेश पारीक ने बताया कि आबकारी विभाग ने शराब के दामों में बेतहाशा बढोतरी कर दी है,लेकिन पडौसी राज्यों में आधी कीमत में अधिकांश ब्रांड उपलब्ध है। ऐसे में प्रदेश में अवैध शराब की बिक्री जोरो पर है,लेकिन विभाग और पुलिस इन लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
दुकान बंद करके पहुंचे वित्त भवन
मंगलवार को जयपुर के सभी शराब व्यापारी और दुकानों के सैल्समेनों ने वित्त भवन पहुंचकर प्रदर्शन किया। ठेकेदारों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बुधवार को रहेगा दौसा और कोटा बंद
शराब व्यवसायी अयूब खां ने बताया कि अब इस विरोध का असर प्रदेशभर में व्यापक तौर पर देखने को मिल रहा है। बुधवार को और दौसा में भी शराब की दुकानें बंद रहेगी, साथ ही कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया जाएगा।
COMMENTS