- वर्तमान में भाजपा ही जयपुर लोकसभा सीट पर भारी राहुल गौतम/ विशेष रिपोर्ट जयपुर लोकसभा सीट पर भाजपा ने सांसद रामचरण बोहरा को फिर से टिकट दि...
- वर्तमान में भाजपा ही जयपुर लोकसभा सीट पर भारी
राहुल गौतम/ विशेष रिपोर्ट
जयपुर लोकसभा सीट पर भाजपा ने सांसद रामचरण बोहरा को फिर से टिकट दिया वहीं कांग्रेस ने यहां पर जयपुर की पूर्व महापौर रह चुकी ज्योति खंडेलवाल को चुनावी मैदान में उतारा है। यदि तथ्यात्मक विश्लेषण पर बात की जाए तो जयपुर लोकसभा के 20 लाख वोटों में 70% वोट डलने का आकलन किया जाता है। जिसमें कुल 14 लाख वोट पड़ेंगे। यदि पूरी गणित लगाई जाए तो यहां पर कांग्रेस को सिर्फ वैश्य वोट पर उत्साह दिखाई दे रहा है, जो परम्परागत रूप से भाजपा का वोट बैंक हुआ करता है। लेकिन जो ब्राह्मण कांग्रेसी हैं वह वोट बैंक भाजपा की ओर खिसकता नजर आ रहा है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा की बात करें तो कुछ नेताओं की सांसद रामचरण बौहरा से विरोध रखने की बात सामने आती है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेसी खेमे में भी ज्योति खंडेलवाल के टिकट को लेकर अंदरूनी नाराजगी देखने को मिल रही है। जो चुनाव में कांग्रेस को भारी नुकसान पहुंचा सकती है। भाजपा के लिए खुशी की प्रमुख तीन बातें हैं। जिनमें पहली बात यह है कि चुनाव फिर से मोदी चेहरे पर ही लडे जाएंगे। दूसरी प्रमुख बात यह है कि जयपुर भाजपा का शुरू से ही गढ़ रहा है जहाँ पूर्व महाराजा भवानी सिंह तक पराजित हो चुके हैं। जिसमें पिछले 40 सालों में सिर्फ कांग्रेस के महेश जोशी जो ब्राह्मण चेहरे हैं उन्होंने ही जीत दर्ज कराई है और वो भी दिग्गज ब्राह्मण के ही सामने। ऐसे में गैर ब्राह्मण और गैर भाजपाई चेहरे का जयपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतना नामुमकिन ही लग रहा है। तीसरी प्रमुख बात यह है कि पिछले चुनाव में भाजपा के रामचरण बोहरा ने देशभर में दूसरे नंबर पर 5 लाख 39 हज़ार वोटों से जीत दर्ज कराई थी। जो एक बहुत बड़ी लीड और रिकॉर्ड रही है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस यदि जयपुर लोकसभा सीट पर पूरा फोकस रखकर भी चुनाव लड़ती है तो भी हार का ग्राफ कम कर सकती है और रामचरण बोहरा करीब 2 से 3 लाख वोटों के बीच जीत दर्ज कर सकते हैं।
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