भारत निर्वाचन आयोग ने सर्विस वोटर्स की भागीदारी बढ़ाने के लिए शुरू की ईटीपीबीएस सुविधा जयपुर, 23 अप्रेल। लोकसभा आम चुनाव-2019 में पहली बार प्...
भारत निर्वाचन आयोग ने सर्विस वोटर्स की भागीदारी बढ़ाने के लिए शुरू की ईटीपीबीएस सुविधा
जयपुर, 23 अप्रेल। लोकसभा आम चुनाव-2019 में पहली बार प्रदेश के एक लाख 36 हजार 595 सर्विस वोटर्स (सेवानियोजित मतदाताओं) को मतदान के लिए मंगलवार को इलेक्ट्रोनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट्स (ईटीपीबीएस) जारी कर दिए। पहले चरण की 13 लोकसभा सीटों के लिए 25 हजार 840 और द्वितीय चरण की 12 सीटों के लिए 1 लाख 10 हजार 755 सर्विस वोटर्स के लिए आॅनलाइन बैलेट पेपर्स भेजे गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव में पहली बार इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने बताया कि सर्विस वोटर्स को पहले डाक से मतपत्र भेजे जाते थे, जिनसे उनकी मतदान में पूर्ण भागीदारी नहीं हो पाती थी। इस व्यवस्था में सुधार के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने ईटीपीबीएस प्रणाली लागू की है। इससे ऑनलाइन बैलेट भेजे जाते हैं, ताकि मतदान प्रक्रिया में लगने वाला समय आधा रह जाए। उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था के बाद सेवा नियोजित मतदाताओं के मत प्रतिशत में बढ़ोतरी होने की खासी संभावना है।
उन्होंने बताया कि पहले चरण में लोकसभा क्षेत्र टोेंक-सवाईमाधोपुर में 2324, अजमेर में 3530, पाली में 4889, जोधपुर में 5362, बाड़मेर में 2212, जालौर में 345, उदयपुर में 261, बांसवाड़ा में 170, चितौड़गढ़ में 540, राजसमंद में 3570, भीलवाड़ा में 1465, कोटा में 765 और झालावाड़-बारां में 407 सर्विस वोटर्स हैं। वहीं दूसरे चरण में श्रीगंगानगर में 1830, बीकानेर में 2193, चूरू में 8640, झुंझूनूं में 28995, सीकर में 16782, जयपुर ग्रामीण 9056, जयपुर में 1303, अलवर में 14906, भरतपुर में 9618, करौली-धौलपुर में 4917, दौसा में 3913 और नागौर में 8602 सर्विस वोटर्स के लिए ई-बैलेट पेपर्स जारी कर दिए गए हैं।
कुमार ने बताया कि इन मतदाताओं के लिए मतपत्र आयोग की सुरक्षित वेब पोर्टल पर अभ्यर्थियों की सूची तैयार होने के 24 घंटों के बाद संबंधित रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा सेवा नियोजित मतदाताओं के रिकाॅर्ड आफिसरों को एक क्लिक पर भेज दिए गए हैं। सर्विस मतदाता रिकाॅर्ड आफिस से ई-डाक मतपत्र प्राप्त कर अपना वोट रिकाॅर्ड कर इसे डाक द्वारा वापस संबंधित रिर्टनिंग ऑफिसर को भेजेंगे। इस प्रकार डाक मतदान की यह यात्रा सिंगल क्लिक पर आधे से भी कम समय में पूरी हो सकेगी। उन्होंने बताया कि ई-बैलेट की तकनीकी सुरक्षा के लिए इसमें विशेष क्यूआर कोड मुद्रण की भी विशेष व्यवस्था की गई है। अब से पहले यह व्यवस्था दोनों तरफ डाक द्वारा की जाती थी।
गौरतलब है कि सर्विस वोटर्स की श्रेणी में, संघ के सशस्त्र बलों के सदस्य या ऐसे दल के सदस्य, जो सेना अधिनियम, 1950 के उपबंध उपांतरों से लागू कर दिया गया हो या किसी राज्य के सशस्त्र पुलिस बल का ऐसा सदस्य जो उस राज्य के बाहर सेवा कर रहा हो, आते हैं।
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