रामचरण ही साबित होंगे "रामबाण" - बोहरा को दोहरा कर ही जयपुर गढ़ फतह कर सकती है भाजपा - अन्य कोई विकल्प हो सकता है घातक जयपुर। जयपुर...
रामचरण ही साबित होंगे "रामबाण"
- बोहरा को दोहरा कर ही जयपुर गढ़ फतह कर सकती है भाजपा
- अन्य कोई विकल्प हो सकता है घातक
जयपुर। जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा की जीत ही अपने आप में इतिहास है। राजस्थान ही नहीं बल्कि संपूर्ण देश में रामचरण बौहरा की जीत लोगों में खास पहचान रखती है और बोहरा देश के दूसरे ऐसे सांसद हैं जिन्होंने सबसे अधिक वोटों से विजय प्राप्त की। अब यदि वर्तमान में लोकसभा चुनाव को लेकर जयपुर शहर सीट का तथ्यात्मक विश्लेषण करें तो जयपुर लोकसभा सीट ब्राह्मण एवं भाजपा की रही है। जातिगत समीकरणों में ब्राह्मण को टिकट देना ही कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के लिए बेहद जरूरी दिखाई दे रहा है। जहां कांग्रेस एक बार पहले जयपुर शहर से सांसद रह चुके महेश जोशी पर फिर से दांव खेलना चाह रही है, वहीं भाजपा यदि जयपुर सीट से गंभीरता दिखाती है तो उसे रामचरण बोहरा को ही फिर से टिकट देना चाहिए। भाजपा को जयपुर शहर सीट यदि बरकरार रखनी है तो उसके पास एकमात्र चेहरा रामचरण बोहरा है। बोहरा को दोहरा कर भाजपा कांग्रेस के लिए जयपुर शहर सीट पर नाउम्मीदी की किरण फेंक सकती है। लेकिन यदि बोहरा की जगह किसी अन्य समाज के व्यक्ति या नए चेहरे को भाजपा प्रत्याशी बनाती है तो फिर कांग्रेस के लिए राह बेहद आसान हो जाएगी। हालांकि भारतीय जनता पार्टी देश में वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए हर एक सीट पर गहन मंथन और पूरी सतर्कता के साथ प्रत्याशी उतारेगी और भारतीय जनता पार्टी नए और अनुभवहीन चेहरे पर कभी दांव नहीं लगाएगी..... हालांकि भाजपा के दो-तीन पूर्व विधायकों के बोहरा के विरोध में होने की बात सामने आ रही थी। लेकिन ये विधायक जब अपने चुनाव में खुद की लाज नहीं बचा पाए और बुरी तरह हार गए। तो फिर ये किसी को जिताने और हराने में अपनी कोई भूमिका कैसे निभा सकते हैं। कुल मिलाकर वर्तमान में लोकसभा के चुनाव देशभर में फिर मोदी के चेहरे पर ही लड़े जाएंगे।
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