सारथी ट्रस्ट का बाल विवाह रोकथाम एवं निरस्तीकरण पर अनूठा ओरिएंटेशन आयोजित, ओसियां तहसील के हजारों बच्चों व अभिभावकों को दिलाया बाल विवाह क...
सारथी ट्रस्ट का बाल विवाह रोकथाम एवं निरस्तीकरण पर अनूठा ओरिएंटेशन आयोजित,
ओसियां तहसील के हजारों बच्चों व अभिभावकों को दिलाया बाल विवाह को जड से मिटाने का संकल्प
ओसियां/जोधपुर। ओसियां तहसील और नजदीकी इलाकों की सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों के हजारों स्कूली बच्चों के साथ उनके माता-पिता ने मासूम बच्चों का बाल विवाह नहीं होने देने और बाल विवाह निरस्त करवाकर बाल विवाह की कुरीति को जड़ से खत्म करने का संकल्प लिया। मौका था सूर्यनगरी के सारथी ट्रस्ट के तत्वावधान में स्थानीय राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ओसियां के खेल मैदान प्रांगण में बाल विवाह रोकथाम एवं निरस्तीकरण पर शनिवार को अनूठे ओरिएंटेशन कार्यक्रम का। देश में संभवतः पहली मर्तबा सार्वजनिक मंच पर हजारों स्कूली बच्चों के साथ माता-पिता ने बाल विवाह को जड़ से खत्म करने की शपथ ली।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकास अधिकारी महेश
चौधरी थे। वहीं विशिष्ट अतिथि मुम्बई के जोंटा इंटरनेशनल क्लब के एरिक एलाविया, मुम्बई की फिरूजा सेना, शेहरनाज अशवेद व रोशनी मेहरोमजी थीं। अध्यक्षता मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गायत्री भारद्वाज ने की।
बाल विवाह निरस्त दंश से मुक्ति की राह
कार्यक्रम में सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी एवं पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डॉ. कृति भारती ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. कृति भारती ने बताया कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह करवाए जाने पर परिजनों के अलावा पंडित, हलवाई, टेंट व्यवसायी व अन्य को भी सजा का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि अक्सर बाल विवाह हो जाने के बाद पीडित व परिजन एक गलती को जिंदगी भर ढोने को विवश रहते हैं। जबकि उक्त कानून के तहत बाल विवाह निरस्त भी करवाया जाना संभव है। डॉ.कृति भारती बाल विवाह के संबंध में जानकारी स्कूली अध्यापक, पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की हेल्पलाइन, सरकारी अधिकारी या सारथी ट्रस्ट के हेल्पलाइन नम्बर 7891022224 पर सूचना देने के लिए भी प्रेरित किया।
अनूठी मुहिम में सहभागी बनने का आह्वान
मुख्य अतिथि विकास अधिकारी महेश चौधरी ने संबोधन में कहा कि बाल विवाह की कुरीति को खत्म करने के लिए साझा प्रयास की जरूरत है। बच्चों और युवाओं को सदियों से चली आ रही बाल विवाह की कुरीति के खात्मे के लिए बीडा उठाना होगा। विशिष्ट अतिथि एरिक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों को बाल विवाह जैसी सामाजिक रूढीवादिता से मुक्ति की सारथी ट्रस्ट की अनूठी मुहिम में सहभागी बनने का आह्वान किया। गायत्री भारद्वाज ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। वहीं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डॉ.बीएल जाखड ने विद्यार्थियों को शिक्षा से जुडे रहकर बाल विवाह की कुरीति से मुक्ति के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में बाल विवाह निरस्त करवाने वाली बालिका सुुशीला और संध्या ने खुद के अनुभव बताकर प्रेरित किया।
नाटिका से किया प्रेरित
इस मौके पर बच्चों ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों व रोकथाम से संबंधित नाटिका भी प्रस्तुत की। बच्चों की बेहतरीन प्रस्तुति ने खूब दाद बटोरी।
संकल्प पत्र भरकर शपथ ली
कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, उनके माता-पिता, षिक्षकों, सरकारी अधिकारियों व मीडियाकर्मियों से संकल्प-पत्र भरवाए गए। वहीं सभी ने सामूहिक रूप से बाल विवाह नहीं होने देने और निरस्त करवाने की शपथ भी ली।
चेंज मेकर सम्मान से नवाजा
वहीं कार्यक्रम में गीता, धानी और पूजा को चेंजमेकर सम्मान से नवाजा गया। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों को सवाल पूछकर जवाब देने पर भी सम्मानित किया गया।
ये रहे मौजूद
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में व्यास विवि के शारीरिक शिक्षा विभाग छात्रसंघ अध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह सांकडा, बीएन आदर्ष स्कूल के लालू राम चौधरी, परिष्कार विद्या मंदिर के चूनाराम चौधरी, टैगोर पब्लिक स्कूल के सुभाष जाखड, योगेन्द्रसिंह, भोजराजसिंह, उरमूल के पदाधिकारियों सहित कई अन्य गणमान्यजन मौजूद थे।
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